
Ek recent match mein, MS Dhoni ne 11 balls par 26* runs banakar CSK ko LSG ke khilaf 5-wicket se jeet dilayi. Interesting baat yeh thi ki LSG ke captain Rishabh Pant ne unke khilaf wrist-spinner Ravi Bishnoi ka use nahi kiya, jabki pehle ke matches mein spinners Dhoni ko jaldi out kar chuke hain. Is decision par kaafi discussions ho rahe hain.
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के हालिया मुकाबले में एमएस धोनी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उम्र सिर्फ एक नंबर है। चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व कप्तान ने आखिरी ओवरों में लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के खिलाफ जबरदस्त बल्लेबाज़ी करते हुए एक बार फिर ‘फिनिशर’ की भूमिका में खुद को साबित किया।
धोनी ने मात्र 9 गेंदों में 28 रन की पारी खेली, जिसमें 3 छक्के और 2 चौके शामिल थे। उनकी यह पारी तब आई जब चेन्नई को अंतिम 2 ओवरों में 30 से अधिक रनों की जरूरत थी। मैदान में उनकी मौजूदगी ने पूरे माहौल को बदल दिया और दर्शकों को एक बार फिर 2011 के विश्व कप की याद दिला दी।
लेकिन जहां एक ओर धोनी के फिनिशिंग टच की चर्चा हो रही है, वहीं दूसरी ओर लखनऊ की रणनीति पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। आखिरी ओवर के लिए युवा गेंदबाज़ को मौका देना और अनुभवी खिलाड़ियों को बेंच पर बैठाए रखना, कई क्रिकेट विशेषज्ञों को हैरान कर गया।
क्रिकेट विश्लेषक आकाश चोपड़ा ने ट्वीट कर कहा, “धोनी जैसे बल्लेबाज़ के सामने अनुभवहीन गेंदबाज़ भेजना LSG की सबसे बड़ी चूक थी। यह रणनीतिक गलती उन्हें मैच की कीमत चुका गई।”
लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान केएल राहुल ने मैच के बाद कहा, “हमने युवा खिलाड़ियों पर भरोसा जताया, लेकिन धोनी जैसे खिलाड़ी के सामने एक छोटी सी चूक भी भारी पड़ सकती है।”
क्या लखनऊ अपनी रणनीति में बदलाव करेगा?
अगर टीम को प्लेऑफ में जगह बनानी है, तो रणनीतिक चूक की गुंजाइश अब नहीं है। दूसरी ओर, धोनी ने एक बार फिर दिखा दिया कि जब तक वह मैदान में हैं, तब तक कोई भी मुकाबला एकतरफा नहीं हो सकता।
